*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ये ज़िंदगी डराती है, डरते नहीं हैं...
उलझी हुई जुल्फों में ही कितने उलझ गए।
"There comes a time when you stop trying to make things righ
307वीं कविगोष्ठी रपट दिनांक-7-1-2024
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
वही पुरानी बोतलें, .. वही पुराना जाम.
सत्य साधना
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
*संसार में रहो लेकिन संसार के होकर नहीं*
डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक अरूण अतृप्त