"मत इतराना"
“मत इतराना”
बचेगा कोई नहीं
अवस्था ढलेगी सबकी,
ये हट्टी-कट्टी काया
मिट्टी में मिलेगी सबकी।
मत इतराना कभी
आएगी मौत सबकी,
सद्कर्म कर बन्दे
यादें रह जाएंगी सबकी।
“मत इतराना”
बचेगा कोई नहीं
अवस्था ढलेगी सबकी,
ये हट्टी-कट्टी काया
मिट्टी में मिलेगी सबकी।
मत इतराना कभी
आएगी मौत सबकी,
सद्कर्म कर बन्दे
यादें रह जाएंगी सबकी।