कहते हैं, वह खूब लड़ी मर्दानी जो थी झांसी वाली रानी,

कहते हैं, वह खूब लड़ी मर्दानी जो थी झांसी वाली रानी,
फिर क्यों ,भूल जाता हैं, यह समाज उस लड़की कहानी।
जो हर पल सहती ताने है,
फिर भी वह आगे बढ़ती हैं ।
नहीं समझता कोई उसको ,
फिर भी वह सबको समझती हैं।
कहते हैं ,याद करो ओ जौहर जिसमें पद्मावती संग सोलह हजार औरतों ने किया बलिदान हैं,
फिर क्यों ,भूल जाता हैं यह समाज उस औरत को जिसने कर लिया खुद का जौहर, जो बनी हैवानियत शिकार है ।
“स्वयं बदलो , समाज बदलेगा”