कर्म का दर्शन लूट का दर्शन।
कर्म का दर्शन लूट का दर्शन।
बड़ों का यह फैलाया हुआ जंजाल।।
बिन मेहनत के विलास भोगना।
सिद्धांतों की आड़ में उड़ाना मुत माल।।
आचार्य शीलक राम
कर्म का दर्शन लूट का दर्शन।
बड़ों का यह फैलाया हुआ जंजाल।।
बिन मेहनत के विलास भोगना।
सिद्धांतों की आड़ में उड़ाना मुत माल।।
आचार्य शीलक राम