हसरतें आसमान खरीदने की रखो

हसरतें आसमान खरीदने की रखो
ज़मीन पर कब्जा तो कोई कर ही लेगा।
शौक़ होंठों पर मुस्कान का रखो
ग़म देने का काम तो कोई कर ही लेगा।।
शिव प्रताप लोधी
हसरतें आसमान खरीदने की रखो
ज़मीन पर कब्जा तो कोई कर ही लेगा।
शौक़ होंठों पर मुस्कान का रखो
ग़म देने का काम तो कोई कर ही लेगा।।
शिव प्रताप लोधी