एक इंसान तुमसे बात करते हुए तुम्हारी दस खूबी बता दे. तुम्हार
एक इंसान तुमसे बात करते हुए तुम्हारी दस खूबी बता दे. तुम्हारे होने के एहसास को वो खुशी-खुशी अभिव्यक्त कर दे. पर जब तुम उनसे बात करो तो तुम उनकी एक खूबी भी न बता सकों. तुम उनके साथ होने पर कैसा महसूस करते हो. ये भी न बता सकों.
तुम्हारे पास उस रिश्तें की कोई ख़ास बात ही न हो. तो याद रखो. तुम उस व्यक्ति के प्रेम में हो ही नहीं.
जहां प्रेम नहीं है. वहां पर तुम क्यों हो. ख़ुद से ये प्रश्न जरूर पूछो..