Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jan 2025 · 2 min read

कौन कहता है जीवन छोटा होता है,कभी उससे पूछो जो बेरोजगार होता

कौन कहता है जीवन छोटा होता है,कभी उससे पूछो जो बेरोजगार होता है ।।
कैसे उसे एक एक सेकंड की खबर रहती है,घड़ी की टिक टिक भी साफ सुनाई देती है ।।
हर मिनट, हर घंटा उसे महसूस होने लगता है,वक्त का हर लम्हा उसे काटने लगता है ।।
घर की दीवारों से उसकी यारी बढ़ जाती है,घर की दीवारें उसे पहचानने लग जाती है ।।
घर का हर एक कोना आपस में बातें करता है,बातों बातों में उसे अनेकों ताने देता है ।।
सबके ताने सुनकर भी वो चुप्पी साधे रहता है,अपनी मर्यादा को खामोशी से बांधे रहता है ।।
इतना सब सह सहकर वो दिन गुजारा करता है,रात होते ही बिस्तर पर पड़कर सो जाया करता है ।।
नौकरी की तलाश में दिनभर भागादौड़ी करता है,इस भागादौड़ी में वो खुद को भूल जाया करता है ।।
जगह जगह वो जाकर साक्षात्कार दिया करता है,अपने आत्मविश्वास को नहीं डिगने दिया करता है ।।
जब उसे कोई परिणाम नहीं मिला करता है,यकीन मानो उसका आत्मविश्वास हिला करता है ।।
उसके धैर्य का बांध टूटने लगता है,मन में एक अदृश्य युद्ध छिड़ने लगता है ।।
अनेकों युद्ध के बावजूद वो डटा रहता है,अपने धैर्य को टूटने से रोका करता है ।।
फिर दोबारा नए सिरे से संघर्ष किया करता है,अपने विश्वास को और दृढ़ किया करता है ।।
एक दिन उसके अंधकार का अंत हो जाता है,जब परिणाम के रूप में सूर्योदय हो जाता है ।।
वह अब बेरोजगार से रोजगार कहलाने लगता हैसमाज में सिर उठाकर जीवन बिताने लगता है ।।
“बेरोजगारों की बस इतनी कहानी रही है,समाज में उनकी कोई कहानी नहीं रही है ।।”

55 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

बहाने
बहाने
पूर्वार्थ
■मौजूदा दौर में...■
■मौजूदा दौर में...■
*प्रणय प्रभात*
जनाब, दोस्तों के भी पसंदों को समझो ! बेवजह लगातार एक ही विषय
जनाब, दोस्तों के भी पसंदों को समझो ! बेवजह लगातार एक ही विषय
DrLakshman Jha Parimal
सिय का जन्म उदार / माता सीता को समर्पित नवगीत
सिय का जन्म उदार / माता सीता को समर्पित नवगीत
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मैंने उसे जुदा कर दिया
मैंने उसे जुदा कर दिया
Jyoti Roshni
"मासूम ज़िंदगी वो किताब है, जिसमें हर पन्ना सच्चाई से लिखा ह
Dr Vivek Pandey
*नव दुर्गास्तुति* इसे गाकर पढ़े। आनंद आएगा
*नव दुर्गास्तुति* इसे गाकर पढ़े। आनंद आएगा
मधुसूदन गौतम
ये कलयुग है ,साहब यहां कसम खाने
ये कलयुग है ,साहब यहां कसम खाने
Ranjeet kumar patre
कलाकार
कलाकार
Shashi Mahajan
- कुछ खट्टे कुछ मीठे रिश्ते -
- कुछ खट्टे कुछ मीठे रिश्ते -
bharat gehlot
सत्य का दीप सदा जलता है
सत्य का दीप सदा जलता है
पं अंजू पांडेय अश्रु
न रोको यूँ हवाओं को...
न रोको यूँ हवाओं को...
Sunil Suman
फ़लसफ़ा है जिंदगी का मुस्कुराते जाना।
फ़लसफ़ा है जिंदगी का मुस्कुराते जाना।
Manisha Manjari
अंधकार फैला है इतना उजियारा सकुचाता है
अंधकार फैला है इतना उजियारा सकुचाता है
Shweta Soni
डमरू वर्ण पिरामिड
डमरू वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
सिला
सिला
Deepesh Dwivedi
याद हो बस तुझे
याद हो बस तुझे
Dr fauzia Naseem shad
जनतंत्र
जनतंत्र
अखिलेश 'अखिल'
हर दिल में एक रावण
हर दिल में एक रावण
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
सुख व्यक्ति के अहंकार की परीक्षा लेता है, जबकि दुःख व्यक्ति
सुख व्यक्ति के अहंकार की परीक्षा लेता है, जबकि दुःख व्यक्ति
ललकार भारद्वाज
ग़ज़ल - बड़े लोगों की आदत है!
ग़ज़ल - बड़े लोगों की आदत है!
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
तुम्हीं रस्ता तुम्हीं मंज़िल
तुम्हीं रस्ता तुम्हीं मंज़िल
Monika Arora
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नारीत्व
नारीत्व
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मदिरा
मदिरा
C S Santoshi
गौरैया
गौरैया
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
जीवन शैली का स्वास्थ्य पर प्रभाव
जीवन शैली का स्वास्थ्य पर प्रभाव
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
तारुण्य वसंत
तारुण्य वसंत
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
एक अरसा लगता है
एक अरसा लगता है
हिमांशु Kulshrestha
विश्व धरोहर हैं ये बालक,
विश्व धरोहर हैं ये बालक,
पंकज परिंदा
Loading...