अगर मांगने से ही समय और प्रेम मिले तो क्या अर्थ ऐसे प्रेम का
अगर मांगने से ही समय और प्रेम मिले तो क्या अर्थ ऐसे प्रेम का, प्रेम तो बस बहाना ढूँढ़ता है बात करने के लिए साथ रहने के लिए, अगर आपको ऐसा महसूस हो की सामने वाला Priority के नाम पर Formality निभा रहा है तो उसी वक्त उस शख्स को खुद से बंधन मुक्त कर देना चाहिए क्योंकि प्रेम का सही अर्थ ही है आजादी ना की बंधन..?