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5 Jan 2025 · 1 min read

अकेले आए दुनिया में अकेले ही तो जाना है।

अकेले आए दुनिया में अकेले ही तो जाना है।
हुआ है कब मुकम्मल ज़िन्दगी का जो तराना है ।
अकेले हम अकेले तुम, अकेले हैं यहाँ सारे,
मिला किरदार जो जिसको, उसे आखिर निभाना है।।

✍️अरविन्द त्रिवेदी

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