Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jan 2025 · 1 min read

नये वर्ष 2025 के स्वागत में

नये वर्ष की सौगात में, करें पेश क्या नजराना हम।
याद रहे कल भी यह आज, लिखें क्या अफसाना हम।।
नये वर्ष की सौगात में——————————-।।

तुमसे मोहब्बत कैसे हुई, मालूम नहीं है हमको यह।
ऐसी क्या है तुझमें कशिश, चाहता है तुमको दिल यह।।
कैसे कहे यह बात तुमसे, ढूंढ रहे हैं बहाना हम।
नये वर्ष की सौगात में————————।।

क्या तुमको हमसे मोहब्बत नहीं, ऐसे तुम ना खामोश रहो।
हमसे तुम बात दिल की कहो, यूँ दूर हमसे तुम ना रहो।।
क्या है पसंद हमसे कहो, करें पेश क्या तराना हम।
नये वर्ष की सौगात में—————————।।

रहे साथ हमारा जीवनभर, मिलते रहें हम हर दिन ऐसे।
यकीन करें हम एक दूजे पे, कल भी रहें हम वफ़ा ऐसे।।
आबाद- खुश सदा तुम रहो, देखते हैं यही सपना हम।
नये वर्ष की सौगात में—————————-।।

शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
Tag: गीत
28 Views

You may also like these posts

छठ के ई त्योहार (कुण्डलिया छंद)
छठ के ई त्योहार (कुण्डलिया छंद)
आकाश महेशपुरी
होकर उल्लू पर सवार
होकर उल्लू पर सवार
Pratibha Pandey
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आशीष के दीप है जलाती,
आशीष के दीप है जलाती,
Dr Archana Gupta
आई अमावस घर को आई
आई अमावस घर को आई
Suryakant Dwivedi
"हां, गिरके नई शुरुआत चाहता हूँ ll
पूर्वार्थ
नारी स्वाधीन बन
नारी स्वाधीन बन
Anant Yadav
रौनक़े कम नहीं हैं दुनिया में ,
रौनक़े कम नहीं हैं दुनिया में ,
Dr fauzia Naseem shad
" प्रश्न "
Dr. Kishan tandon kranti
পুণর্যাত্ৰা
পুণর্যাত্ৰা
Pijush Kanti Das
3444🌷 *पूर्णिका* 🌷
3444🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
धनिकों के आगे फेल
धनिकों के आगे फेल
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
थोड़ा खुश रहती हूँ मैं
थोड़ा खुश रहती हूँ मैं
Ayushi Verma
आफ़ताब
आफ़ताब
Atul "Krishn"
आप हमें याद आ गएँ नई ग़ज़ल लेखक विनीत सिंह शायर
आप हमें याद आ गएँ नई ग़ज़ल लेखक विनीत सिंह शायर
Vinit kumar
ST666 - Nhà Cái Uy Tín 2024, Nạp Rút An Toàn, Giao Dịch Bảo
ST666 - Nhà Cái Uy Tín 2024, Nạp Rút An Toàn, Giao Dịch Bảo
st666asdforex
एक कुंडलियां छंद-
एक कुंडलियां छंद-
Vijay kumar Pandey
प्रेम दोहे
प्रेम दोहे
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
बढ़ने वाला हर पत्ता आपको बताएगा
बढ़ने वाला हर पत्ता आपको बताएगा
शेखर सिंह
रुखसत (ग़ज़ल)
रुखसत (ग़ज़ल)
ओनिका सेतिया 'अनु '
दुनिया में सब ही की तरह
दुनिया में सब ही की तरह
डी. के. निवातिया
मैं अपने लिए नहीं अपनों के लिए जीता हूं मेरी एक ख्वाहिश है क
मैं अपने लिए नहीं अपनों के लिए जीता हूं मेरी एक ख्वाहिश है क
Ranjeet kumar patre
ए मेरे अयोध्या वासी
ए मेरे अयोध्या वासी
Baldev Chauhan
*चाँद कुछ कहना है आज * ( 17 of 25 )
*चाँद कुछ कहना है आज * ( 17 of 25 )
Kshma Urmila
मुझे पतझड़ों की कहानियाँ,
मुझे पतझड़ों की कहानियाँ,
Dr Tabassum Jahan
सांसें
सांसें
निकेश कुमार ठाकुर
स्वच्छता गीत
स्वच्छता गीत
Anil Kumar Mishra
वेलेंटाइन डे शारीरिक संबंध बनाने की एक पूर्व नियोजित तिथि है
वेलेंटाइन डे शारीरिक संबंध बनाने की एक पूर्व नियोजित तिथि है
Rj Anand Prajapati
है अगर तलाश
है अगर तलाश
हिमांशु Kulshrestha
चल रे कबीरा
चल रे कबीरा
Shekhar Chandra Mitra
Loading...