Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
12 Jun 2024 · 1 min read

आई अमावस घर को आई

आई अमावस घर को आई
देखा, भाला औ’ मुस्काई
कैसे रहते इतने चंगे
हम बोले, संतन सुख दाई।
सूर्यकांत

Loading...