Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Dec 2024 · 1 min read

And here we go. Another completion of the year.I came here t

And here we go. Another completion of the year.I came here to remind you that all the time this year you have tried , you have struggled and you have came out of your comfort zone to figure out what works for you.Its high time that you acknowledge that.Remind yourself how far you came.that you don’t worry about pitty things anymore.Even if something comes to you ,you feel it like letting go rather than holding it.You have learned to smile even at the darkest moments.This is where you stand.You are in the process to build yourself.and so far you did it.Be proud of yourself for that.Be thankful for everything good or bad that happened to you.This is what made you the person you are today.start cherishing everything.Life will be even more hard in the days to come but always remember you are not less than anything.Time to pat on your back and welcome another year of adventure champs !✨✨💫💫

25 Views

You may also like these posts

शेर
शेर
*प्रणय*
बड़भागिनी
बड़भागिनी
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
दोस्त कहता है मेरा खुद को तो
दोस्त कहता है मेरा खुद को तो
Seema gupta,Alwar
पावन मन्दिर देश का,
पावन मन्दिर देश का,
sushil sarna
ढ़ूंढ़ रहे जग में कमी
ढ़ूंढ़ रहे जग में कमी
लक्ष्मी सिंह
कुछ अपनें ऐसे होते हैं,
कुछ अपनें ऐसे होते हैं,
Yogendra Chaturwedi
मां के कोख से
मां के कोख से
Radha Bablu mishra
मंजिल का रास्ता आएगा।
मंजिल का रास्ता आएगा।
Kuldeep mishra (KD)
गुलमोहर के लिए
गुलमोहर के लिए
Akash Agam
THE STORY OF MY CHILDHOOD
THE STORY OF MY CHILDHOOD
ASHISH KUMAR SINGH
देखिए आईपीएल एक वह बिजनेस है
देखिए आईपीएल एक वह बिजनेस है
शेखर सिंह
5 दोहे- वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई पर केंद्रित
5 दोहे- वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई पर केंद्रित
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*धनुष (बाल कविता)*
*धनुष (बाल कविता)*
Ravi Prakash
दिल के किसी कोने में अधुरी ख्वाइशों का जमघट हैं ।
दिल के किसी कोने में अधुरी ख्वाइशों का जमघट हैं ।
Ashwini sharma
हरित - वसुंधरा।
हरित - वसुंधरा।
Anil Mishra Prahari
मुझे जब भी तुम प्यार से देखती हो
मुझे जब भी तुम प्यार से देखती हो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
4354.*पूर्णिका*
4354.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
समीक्ष्य कृति: बोल जमूरे! बोल
समीक्ष्य कृति: बोल जमूरे! बोल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
क्या खूब थी वो जिंदगी ,
क्या खूब थी वो जिंदगी ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
असहाय वेदना
असहाय वेदना
Shashi Mahajan
🍀🪷🙌 Go for a walk
🍀🪷🙌 Go for a walk
पूर्वार्थ
तुम कहो या न कहो,है उम्रभर की यह प्रतीक्षा
तुम कहो या न कहो,है उम्रभर की यह प्रतीक्षा
दीपक झा रुद्रा
हुस्न उनका न कभी...
हुस्न उनका न कभी...
आकाश महेशपुरी
"चाबी वाला खिलौना"
Dr. Kishan tandon kranti
सवाल सिर्फ आँखों में बचे थे, जुबान तो खामोश हो चली थी, साँसों में बेबसी का संगीत था, धड़कने बर्फ़ सी जमीं थी.......
सवाल सिर्फ आँखों में बचे थे, जुबान तो खामोश हो चली थी, साँसों में बेबसी का संगीत था, धड़कने बर्फ़ सी जमीं थी.......
Manisha Manjari
यादों की है कसक निराली
यादों की है कसक निराली
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
आदमी और गधा
आदमी और गधा
Shailendra Aseem
निकल पड़े है एक बार फिर नये सफर पर,
निकल पड़े है एक बार फिर नये सफर पर,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
गर्मी
गर्मी
Rajesh Kumar Kaurav
न दुख से परेशान होइए।
न दुख से परेशान होइए।
Rj Anand Prajapati
Loading...