थोड़ा सा बिखरकर थोड़ा सा निखरकर,
थोड़ा सा बिखरकर थोड़ा सा निखरकर,
थोड़ा सा उलझ कर थोड़ा सा सुलझ कर,
कभी उदास कभी खुशी जाहिर कर,
किसी बातों पर चिंतित हो कभी चिंता छोड़ कर ,
यही वजह है कि सोच सोचकर क्या फायदा ,
मैने फिर यही ठाना है … !!!.
कुछ बातें समय पे छोड़ कुछ ईश्वर की मर्जी पे छोड़ कर,
थोड़ा सा इंतजार थोड़ा धैर्य रख ईश्वर स्मरण कर,
सब कुछ कुछ देर भूल जाना ही है…..!!!
शशिकला व्यास शिल्पी 🌹✍️🙏
जय श्री कृष्णा जय श्री राधे 🚩