Science teacher's Umbrella
हौसला कभी टूटने नहीं देना , फ़तह हौसलों से होती है , तलवारो
आज सारे शब्द मेरे खामोश मन में विचार ही नहीं उमड़ते।
यदि आपका दिमाग़ ख़राब है तो
हास्य कुंडलिया
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
अगर ठोकर लगे तो क्या, संभलना है तुझे
तेरा इश्क मेरे दिल की दवा है।
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
मैं हू बेटा तेरा तूही माँ है मेरी
मत कर गीरबो
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
दस्तरखान बिछा दो यादों का जानां