Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Nov 2024 · 1 min read

तस्वीर तुम इनकी अच्छी बनाओ

तस्वीर तुम इनकी अच्छी बनाओ, राह तुम सही इनको दिखाओ।
अपने वतन की ये तकदीर है, तस्वीर वतन की तुम इनको बनाओ।।
तस्वीर तुम इनकी अच्छी ——————————।।

क्या है हकीकत, ये अनजान है, मासूम है और नादान है।
मत मुरझाओ तुम इन फूलों को, बहारे- चमन तुम इनको बनाओ।।
तस्वीर तुम इनकी अच्छी ——————————।।

मंजिल क्या है, मालूम नहीं इनको, मकसद जीवन का समझाओ इनको।
बहकाओ नहीं इनको तुम लक्ष्य से, मंजिल जीवन की इनको बताओ।।
तस्वीर तुम इनकी अच्छी ———————————।।

समझो नहीं इनको कभी तुम पराया, अपनी तरह ये भी इंसान है।
कहकर पराया इनको रुलाओ नहीं तुम, आँखों के सपनें तुम इनको बनाओ।।
तस्वीर तुम इनकी अच्छी ———————————।।

सीखे सबसे ये मिलकर रहना, छोटा किसी को खुद से माने नहीं।
दुश्मन किसी को ये माने नहीं, रखवाले वतन का तुम इनको बनाओ।।
तस्वीर तुम इनकी अच्छी ——————————-।।

शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
Tag: गीत
59 Views

You may also like these posts

हमारा ये जीवन भी एक अथाह समंदर है,
हमारा ये जीवन भी एक अथाह समंदर है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
क्रिसमस पर कोमल अग्रवाल की कविता
क्रिसमस पर कोमल अग्रवाल की कविता
komalagrawal750
जो गुजर गया
जो गुजर गया
ruby kumari
रोज आते कन्हैया_ मेरे ख्वाब मैं
रोज आते कन्हैया_ मेरे ख्वाब मैं
कृष्णकांत गुर्जर
Vishva prakash mehra
Vishva prakash mehra
Vishva prakash Mehra
ना कोई सुनने वाला है ना कोई पढ़ने वाला है किसे है वक्त कुछ कह
ना कोई सुनने वाला है ना कोई पढ़ने वाला है किसे है वक्त कुछ कह
DrLakshman Jha Parimal
#वाक़ई-
#वाक़ई-
*प्रणय*
"स्मार्ट विलेज"
Dr. Kishan tandon kranti
आप और हम जीवन के सच... मांँ और पत्नी
आप और हम जीवन के सच... मांँ और पत्नी
Neeraj Agarwal
शिव बन शिव को पूजिए, रखिए मन-संतोष।
शिव बन शिव को पूजिए, रखिए मन-संतोष।
डॉ.सीमा अग्रवाल
हमारे बुजुर्गो की वैज्ञानिक सोच
हमारे बुजुर्गो की वैज्ञानिक सोच
मधुसूदन गौतम
मर्जी से अपनी हम कहाँ सफर करते है
मर्जी से अपनी हम कहाँ सफर करते है
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
महब्बत मैगनेट है और पइसा लोहा
महब्बत मैगनेट है और पइसा लोहा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
जीवन सत्य या मृत्यु। ~ रविकेश झा
जीवन सत्य या मृत्यु। ~ रविकेश झा
Ravikesh Jha
मेरे देश की बेटियों
मेरे देश की बेटियों
करन ''केसरा''
मोहिनी
मोहिनी
Rambali Mishra
पराया दर्द
पराया दर्द
सुशील कुमार सिंह "प्रभात"
अक्षर ज्ञानी ही, कट्टर बनता है।
अक्षर ज्ञानी ही, कट्टर बनता है।
नेताम आर सी
मेरे जज्बात जुबां तक तो जरा आने दे
मेरे जज्बात जुबां तक तो जरा आने दे
RAMESH SHARMA
4885.*पूर्णिका*
4885.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वो सड़क का मोड़
वो सड़क का मोड़
सुशील भारती
जय श्रीराम
जय श्रीराम
Indu Singh
जय श्रीराम हो-जय श्रीराम हो।
जय श्रीराम हो-जय श्रीराम हो।
manjula chauhan
मुक्तक
मुक्तक
Neelofar Khan
दोहे. . . . जीवन
दोहे. . . . जीवन
sushil sarna
निकल पड़ो कभी ऐसे सफर पर भी
निकल पड़ो कभी ऐसे सफर पर भी
Chitra Bisht
कर्म पथ
कर्म पथ
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
" दिल की समझ "
Yogendra Chaturwedi
क्या है
क्या है
Dr fauzia Naseem shad
अभाव अमर है
अभाव अमर है
Arun Prasad
Loading...