Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Nov 2024 · 1 min read

Panna mai zindgi ka agar fir se palatu

Panna mai zindgi ka agar fir se palatu
Har paanne se Teri-meri taswir nikle
Khuda se sirf ek hi khwahis hai meri
Taswiro ko dimak se koso dur rkhe
VINAY PATHAK

64 Views

You may also like these posts

वक़्त हमेशा एक जैसा नहीं रहता...
वक़्त हमेशा एक जैसा नहीं रहता...
Ajit Kumar "Karn"
मैंने देखा है मेरी मां को रात भर रोते ।
मैंने देखा है मेरी मां को रात भर रोते ।
Phool gufran
जपूं मैं राधेकृष्ण का नाम...!!!!
जपूं मैं राधेकृष्ण का नाम...!!!!
Jyoti Khari
एक उम्मीद छोटी सी...
एक उम्मीद छोटी सी...
NAVNEET SINGH
बुलबुलों का सतही सच
बुलबुलों का सतही सच
Nitin Kulkarni
हिमालय से अटल
हिमालय से अटल
डॉ. शिव लहरी
क्या हक़ीक़त है ,क्या फ़साना है
क्या हक़ीक़त है ,क्या फ़साना है
पूर्वार्थ
माँ सरस्वती की वंदना
माँ सरस्वती की वंदना
Dr Archana Gupta
श्री राम
श्री राम
Rajesh Kumar Kaurav
समय की कविता
समय की कविता
Vansh Agarwal
ये बेकसी है दिल की या दर्द की निशानी
ये बेकसी है दिल की या दर्द की निशानी
Dr fauzia Naseem shad
यादों का जंगल
यादों का जंगल
Kanchan Advaita
मन से उतरे लोग दाग धब्बों की तरह होते हैं
मन से उतरे लोग दाग धब्बों की तरह होते हैं
ruby kumari
पिताजी का आशीर्वाद है।
पिताजी का आशीर्वाद है।
Kuldeep mishra (KD)
मुझे उसको भूल जाना पड़ेगा
मुझे उसको भूल जाना पड़ेगा
Jyoti Roshni
..
..
*प्रणय*
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
Rj Anand Prajapati
👰🏾‍♀कजरेली👰🏾‍♀
👰🏾‍♀कजरेली👰🏾‍♀
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
डॉक्टर
डॉक्टर
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
दोहा त्रयी. . . शंका
दोहा त्रयी. . . शंका
sushil sarna
विवाह
विवाह
Shashi Mahajan
अजनबी
अजनबी
Mansi Kadam
*कौन जाने जिंदगी यह ,जीत है या हार है (हिंदी गजल)*
*कौन जाने जिंदगी यह ,जीत है या हार है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
प्रेम!
प्रेम!
कविता झा ‘गीत’
"आज का दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
अगड़ों की पहचान क्या है : बुद्धशरण हंस
अगड़ों की पहचान क्या है : बुद्धशरण हंस
Dr MusafiR BaithA
फनीश्वरनाथ रेणु के जन्म दिवस (4 मार्च) पर विशेष
फनीश्वरनाथ रेणु के जन्म दिवस (4 मार्च) पर विशेष
Paras Nath Jha
देखा नहीं है कभी तेरे हुस्न का हसीं ख़्वाब,
देखा नहीं है कभी तेरे हुस्न का हसीं ख़्वाब,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
स्वागत बा श्री मान
स्वागत बा श्री मान
आकाश महेशपुरी
गांव मेरा क्या पहले जैसा है
गांव मेरा क्या पहले जैसा है
आर एस आघात
Loading...