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31 Oct 2024 · 1 min read

हे निराकार दिव्य ज्योति

हे निराकार दिव्य ज्योति शिव
दिव्य ज्ञान गुण बरसाओ
आत्मज्ञान सुख शांति प्रेम की
धरा पर धार वहा जाओ
मिट जाएं सब भेद भाव
घृणा द्वेष असत सारे
विश्व बंधुत्व प्रकटे जन-जन में
सद्भावना हृदय में जगा जाओ
हे परमपिता जगदीश्वर शिव
सब आत्माओं को प्रकाशित कर
सर्वत्र शांति हो जग में
शिवत्व का ज्ञान करा जाओ
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं बधाई 🎉 🎉 🙏 🙏
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
151 Views
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