Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
ओंकार मिश्र
10 Followers
Follow
Report this post
15 Oct 2024 · 1 min read
किसी की सेवा…
किसी की सेवा करते समय उसकी कमियों और आदतो
को देख कर उसे धृणा नहीं करनी चाहिए।
Tag:
Poem
,
Quotation
,
Quote Writer
Like
Share
1 Like
· 77 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
* पावन धरा *
surenderpal vaidya
#शीर्षक:- नशीली आँखो में झाँक
Pratibha Pandey
" कौन मनायेगा बॉक्स ऑफिस पर दिवाली -फ़िल्मी लेख " ( भूल भूलेया 3 Vs सिंघम अगेन )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
बड़े वो हो तुम
sheema anmol
उनकी निष्ठा पर कभी, करना नहीं सवाल
RAMESH SHARMA
पिता
Sanjay ' शून्य'
*जाति रोग* / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
कन्या
Bodhisatva kastooriya
समझ ना पाया अरमान पिता के कद्र न की जज़्बातों की
VINOD CHAUHAN
देश हमारा भारत प्यारा
तारकेश्वर प्रसाद तरुण
नए साल में....
sushil yadav
रचना
Mukesh Kumar Rishi Verma
रंग सांवला लिए फिरते हो
MEENU SHARMA
चलो शुरूवात करो
Rekha khichi
बेकाबू हैं धड़कनें,
sushil sarna
“दाग़”
ओसमणी साहू 'ओश'
लहरों सी होती हैं मुश्किलें यारो,
Sunil Maheshwari
उसकी मर्जी
Satish Srijan
छिप गई वो आज देखो चाँद की है चाँदनी
Dr Archana Gupta
हे कौन वहां अन्तश्चेतना में
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
2766. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बुद्ध और अंगुलिमान
अमित कुमार
" सवाल "
Dr. Kishan tandon kranti
दिसम्बर की सर्द शाम में
Dr fauzia Naseem shad
चौपाई
Sudhir srivastava
कुछ तो उन्होंने भी कहा होगा
पूर्वार्थ
सद्विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जो रोज समय पर उगता है
Shweta Soni
छात्र संघ
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
अधूरे सवाल
Shyam Sundar Subramanian
Loading...