Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Aug 2024 · 1 min read

हो कहीं न कहीं ग़लत रहा है,

हो कहीं न कहीं ग़लत रहा है,
ऐसा ही मुझे भी लग रहा है,
सही वक़्त पे संभलना होगा…
क्यूॅंकि ये सब हमको अख़र रहा है।

…. अजित कर्ण ✍️

1 Like · 95 Views

You may also like these posts

कैसे छपेगी किताब मेरी???
कैसे छपेगी किताब मेरी???
सोनू हंस
नवगीत
नवगीत
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
नाम हमने लिखा था आंखों में
नाम हमने लिखा था आंखों में
Surinder blackpen
पिता आख़िर पिता है
पिता आख़िर पिता है
Dr. Rajeev Jain
क्या ख़ाक खुशी मिलती है मतलबी ज़माने से,
क्या ख़ाक खुशी मिलती है मतलबी ज़माने से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मां बाप
मां बाप
Mukesh Kumar Sonkar
बस्ती में अपने हिंदू-मुसलमां जो बस गए इंसान की शक्ल देखने को
बस्ती में अपने हिंदू-मुसलमां जो बस गए इंसान की शक्ल देखने को
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
अंताक्षरी पिरामिड तुक्तक
अंताक्षरी पिरामिड तुक्तक
Subhash Singhai
मैंने, निज मत का दान किया;
मैंने, निज मत का दान किया;
पंकज कुमार कर्ण
यूज एण्ड थ्रो युवा पीढ़ी
यूज एण्ड थ्रो युवा पीढ़ी
Ashwani Kumar Jaiswal
जिंदगी और मौत
जिंदगी और मौत
OM PRAKASH MEENA
बेटी से प्यार करो
बेटी से प्यार करो
Neeraj Agarwal
अफ़वाह है ये शहर भर में कि हमने तुम्हें भुला रक्खा है,
अफ़वाह है ये शहर भर में कि हमने तुम्हें भुला रक्खा है,
Shikha Mishra
मजा मुस्कुराने का लेते वही,
मजा मुस्कुराने का लेते वही,
Sunil Suman
कबीर क समाजदर्शन
कबीर क समाजदर्शन
Rambali Mishra
दुआ किसी को अगर देती है
दुआ किसी को अगर देती है
प्रेमदास वसु सुरेखा
" इंटेलिजेंसी "
Dr. Kishan tandon kranti
आओ जलाएं
आओ जलाएं
भगवती पारीक 'मनु'
बड़े परिवर्तन तुरंत नहीं हो सकते, लेकिन प्रयास से कठिन भी आस
बड़े परिवर्तन तुरंत नहीं हो सकते, लेकिन प्रयास से कठिन भी आस
ललकार भारद्वाज
उस्ताद नहीं होता
उस्ताद नहीं होता
Dr fauzia Naseem shad
🙅आज का सवाल🙅
🙅आज का सवाल🙅
*प्रणय*
सत्यमेव जयते
सत्यमेव जयते
Ghanshyam Poddar
लड़को की समस्या को व्यक्त किया गया है। समाज में यह प्रचलन है
लड़को की समस्या को व्यक्त किया गया है। समाज में यह प्रचलन है
पूर्वार्थ
ज़माना इतना बुरा कभी नहीं था
ज़माना इतना बुरा कभी नहीं था
shabina. Naaz
* संस्कार *
* संस्कार *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आत्महत्या
आत्महत्या
आकांक्षा राय
एक वो भी दौर था ,
एक वो भी दौर था ,
Manisha Wandhare
राष्ट्र भक्ति
राष्ट्र भक्ति
surenderpal vaidya
अंधेरे का सच
अंधेरे का सच
Kshma Urmila
Friendship Day
Friendship Day
Tushar Jagawat
Loading...