क्योंकि वह एक सिर्फ सपना था
*त्योरी अफसर की चढ़ी ,फाइल थी बिन नोट * [ हास्य कुंडलिया 】
The emotional me and my love
सर्द आसमां में दिखती हैं, अधूरे चाँद की अंगड़ाईयाँ
हुस्न और खूबसूरती से भरे हुए बाजार मिलेंगे
धर्मस्य दुर्लभो ज्ञाता सम्यक् वक्ता ततोऽपि च। श्रोता ततोऽपि
वफ़ाओं की खुशबू मुझ तक यूं पहुंच जाती है,
तेरे इश्क में इस कदर गुम हुए
फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन
तर्जनी आक्षेेप कर रही विभा पर
जीवन एक यात्रा ही है.......जिसे आपको तय करना है, ना रुकना है