ग़म ज़दा लोगों से जाके मिलते हैं
रिश्ता नहीं है तो जीने का मक़सद नहीं है।
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मुझे मेरी ""औकात ""बताने वालों का शुक्रिया ।
"पेड़ पौधों की तरह मनुष्य की भी जड़ें होती हैं। पेड़- पौधों
केंद्र की सत्ता में वापसी के लिए पंजा-पार्टी को "विदूषक" व "
*साप्ताहिक अखबार (कुंडलिया)*
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'