मुल्क का नक्शा ऐसा नहीं होता
अगर सपने आपके है तो चुनौतियां भी आप की होंगी और कीमत भी आपक
- अगर ना होता पेट तो ना होती किसी से भी भेट -
विदेशी आक्रांता बनाम मूल निवासी विमर्श होना चाहिए था एक वामप
जितनी बार भी तुम मिली थी ज़िंदगी,
चांदनी रात में बरसाने का नजारा हो,
Anamika Tiwari 'annpurna '
“कभी मन करे तो कुछ लिख देना चाहिए
पर्वत, दरिया, पार करूँगा..!
आए थे बनाने मनुष्य योनि में पूर्वजन्म की बिगड़ी।
मैंने देखा नहीं रंगों से जुदा करके उसे ,
*एक जन्म में जाने कितने, हमने जन्म जिए हैं (हिंदी गजल)*
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
🍀 *गुरु चरणों की धूल*🍀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मेरा भाग्य और कुदरत के रंग..... मिलन की चाह
इस देश की ख़ातिर मिट जाऊं बस इतनी ..तमन्ना ..है दिल में l
50….behr-e-hindi Mutqaarib musaddas mahzuuf