Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jun 2024 · 1 min read

चिराग़ उम्मीद का जलाया न होता,

चिराग़ उम्मीद का जलाया न होता,
मेरी आँख में आँसू आया न होता।

अगर न मिलती उनसे मेरी ये निगाहें,
दिल ने कोई ख़्वाब सजाया न होता।

मैं मान लेती कि वो बेवफ़ा है खुदगर्ज है,
उसने अगर मुझ पर हक़ जताया न होता।

मैं भी मिल जाती झूठों की टोली में,
इल्जाम मेरे सर पर आया न होता।

अगर दूसरों के ज़ज़्बात समझते वो भी,
किसी ने किसी का दिल दुखाया न होता।

जब बुलाया है तो महमानों की तरह आ,
या महफ़िल में तुझे बुलाया न होता।

1 Like · 58 Views

You may also like these posts

पा रही भव्यता अवधपुरी उत्सव मन रहा अनोखा है।
पा रही भव्यता अवधपुरी उत्सव मन रहा अनोखा है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
एक नयी शुरुआत !!
एक नयी शुरुआत !!
Rachana
*इतरा रहा दीवार पर, टाँगा कलैंडर जो गया (गीत)*
*इतरा रहा दीवार पर, टाँगा कलैंडर जो गया (गीत)*
Ravi Prakash
ईश्वर का उपहार है बेटी, धरती पर भगवान है।
ईश्वर का उपहार है बेटी, धरती पर भगवान है।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
तीखे दोहे
तीखे दोहे
Rajesh Kumar Kaurav
"वो लॉक डाउन"
Dr. Kishan tandon kranti
ऑन लाइन पेमेंट
ऑन लाइन पेमेंट
Satish Srijan
23/169.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/169.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पलकों पे सपने लिए, लाँघे जब दहलीज।
पलकों पे सपने लिए, लाँघे जब दहलीज।
डॉ.सीमा अग्रवाल
#जीवन_दर्शन
#जीवन_दर्शन
*प्रणय*
नाचेगी धरती, झुमेगा गगन,
नाचेगी धरती, झुमेगा गगन,
Shashi kala vyas
छंद मुक्त कविता : बुद्धि का उजास
छंद मुक्त कविता : बुद्धि का उजास
Sushila joshi
जब  बगावत  से  हासिल  नहीं  कुछ  हुआ !
जब बगावत से हासिल नहीं कुछ हुआ !
Neelofar Khan
बिखरना
बिखरना
Dr.sima
कुछ बच्चों के परीक्षा परिणाम आने वाले है
कुछ बच्चों के परीक्षा परिणाम आने वाले है
ओनिका सेतिया 'अनु '
आंतरिक विकाश कैसे लाए। - रविकेश झा
आंतरिक विकाश कैसे लाए। - रविकेश झा
Ravikesh Jha
मैंने हमेशा खुद को अकेला ही पाया,
मैंने हमेशा खुद को अकेला ही पाया,
Ritesh Deo
क्या मजहब के इशारे का
क्या मजहब के इशारे का
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
समझदार व्यक्ति जब संबंध निभाना बंद कर दे
समझदार व्यक्ति जब संबंध निभाना बंद कर दे
शेखर सिंह
जीवन के दिन चार थे, तीन हुआ बेकार।
जीवन के दिन चार थे, तीन हुआ बेकार।
Manoj Mahato
"मुश्किलों से मुकाबला कर रहा हूँ ll
पूर्वार्थ
दोय चिड़कली
दोय चिड़कली
Rajdeep Singh Inda
जीवन एक सुंदर सच्चाई है और
जीवन एक सुंदर सच्चाई है और
Rekha khichi
इंजीनियर, लॉयर, एथलीट के बाद अब रॉयल ऑफिसर नरेंद्र ढिल्लों
इंजीनियर, लॉयर, एथलीट के बाद अब रॉयल ऑफिसर नरेंद्र ढिल्लों
सुशील कुमार 'नवीन'
मुझको कभी भी आज़मा कर देख लेना
मुझको कभी भी आज़मा कर देख लेना
Ram Krishan Rastogi
*अब सब दोस्त, गम छिपाने लगे हैं*
*अब सब दोस्त, गम छिपाने लगे हैं*
shyamacharan kurmi
प्रकाश परब
प्रकाश परब
Acharya Rama Nand Mandal
ज्ञान प्रकृति का हम पाएं
ज्ञान प्रकृति का हम पाएं
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
माला फेरें राम की,
माला फेरें राम की,
sushil sarna
दुमदार दोहे
दुमदार दोहे
seema sharma
Loading...