Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jun 2024 · 1 min read

वर्ण पिरामिड

वर्ण पिरामिड

हो
मन
में यह
बात सदा
प्यार सर्वदा
प्रिय चाहत हो
न कोई आहत हो।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 38 Views

You may also like these posts

ये चुनाव का माहौल है
ये चुनाव का माहौल है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
अपमानित होकर भी आप, मुस्कुराते हुए सम्मानित करते हैं;आप सचमु
अपमानित होकर भी आप, मुस्कुराते हुए सम्मानित करते हैं;आप सचमु
गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज
4026.💐 *पूर्णिका* 💐
4026.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
तेरी मर्जी से ढल जाऊं हर बार ये मुमकिन नहीं,
तेरी मर्जी से ढल जाऊं हर बार ये मुमकिन नहीं,
पूर्वार्थ
લેવી હોય તો લઇ લો
લેવી હોય તો લઇ લો
Iamalpu9492
परिणाम विश्लेषण, (घनाक्षरी छंद)
परिणाम विश्लेषण, (घनाक्षरी छंद)
guru saxena
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"जिनकी कलम से"
Dr. Kishan tandon kranti
अपनी क़ीमत कोई नहीं रक्खी ,
अपनी क़ीमत कोई नहीं रक्खी ,
Dr fauzia Naseem shad
कोई हंस रहा है कोई रो रहा है 【निर्गुण भजन】
कोई हंस रहा है कोई रो रहा है 【निर्गुण भजन】
Khaimsingh Saini
जिंदगी की एक मुलाक़ात से मौसम बदल गया।
जिंदगी की एक मुलाक़ात से मौसम बदल गया।
Phool gufran
इंसानियत की लाश
इंसानियत की लाश
SURYA PRAKASH SHARMA
कोयल
कोयल
Madhuri mahakash
स्वीकार कर
स्वीकार कर
ललकार भारद्वाज
****माता रानी आई****
****माता रानी आई****
Kavita Chouhan
*मेरी व्यथा*
*मेरी व्यथा*
Shashank Mishra
* सुन्दर झुरमुट बांस के *
* सुन्दर झुरमुट बांस के *
surenderpal vaidya
अब न जाने क्या हालत हो गई,
अब न जाने क्या हालत हो गई,
Jyoti Roshni
गतिमान रहो
गतिमान रहो
श्रीकृष्ण शुक्ल
मेरे हाथों से छूट गई वो नाजुक सी डोर,
मेरे हाथों से छूट गई वो नाजुक सी डोर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
” आलोचनाओं से बचने का मंत्र “
” आलोचनाओं से बचने का मंत्र “
DrLakshman Jha Parimal
*शिक्षा-क्षेत्र की अग्रणी व्यक्तित्व शोभा नंदा जी : शत शत नमन*
*शिक्षा-क्षेत्र की अग्रणी व्यक्तित्व शोभा नंदा जी : शत शत नमन*
Ravi Prakash
*पुरानी पेंशन हक है मेरा(गीत)*
*पुरानी पेंशन हक है मेरा(गीत)*
Dushyant Kumar
तुमसे मिला बिना
तुमसे मिला बिना
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
आया, आया है, बाल दिवस आया है
आया, आया है, बाल दिवस आया है
gurudeenverma198
मतदान
मतदान
Kanchan Khanna
*निंदिया कुछ ऐसी तू घुट्टी पिला जा*-लोरी
*निंदिया कुछ ऐसी तू घुट्टी पिला जा*-लोरी
Poonam Matia
कुछ देर पहले
कुछ देर पहले
Jai Prakash Srivastav
भुला देना.....
भुला देना.....
A🇨🇭maanush
दोहा पंचक. . . . . कल
दोहा पंचक. . . . . कल
sushil sarna
Loading...