Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jun 2024 · 1 min read

ಬನಾನ ಪೂರಿ

ಇದು ಇಂದಿಗೂ ಪ್ರಸಿದ್ಧ ಮಂಗಳೂರು ಬನ್ಸ್ ಎಂದು
ಸವಿಯಲಿದನು ನಾವು ಸಿದ್ಧ, ಚಟ್ನಿ ಯೊಂದಿಗೆ ಇಂದು
ಆಕಾರ ನೋಡಿ ನನ್ನ ಮಗಳು ಮರುನಾಮಕರಣ ಮಾಡಿದಳಿದಕೆ ಬನಾನ ಪೂರಿ ಎಂದು

ಕದಳಿ ಫಲವ ಹಿಟ್ಟಿನೊಂದಿಗೆ ಹಿಸುಕಿ,
ಮಣೆಯ ಮೇಲೆ ಲಟ್ಟಿಸಿದಾಗ ಸಪೂರವಿದ್ದ ಈಕಿ,
ಕಾದೆಣ್ಣೆಗೆ ಬಿದ್ದೊಡೆ, ತಕ-ತಕ ಕುಣಿದು ಬಸಿರಾದ ನರ್ತಕಿ,
ಒಡನೆ ರುಚಿಯ ಸವಿಯೆ, ಚಟ್ನಿಯೊಡನೆ ಬಾಯಲಿ ತುರುಕಿ,
ಚುರ್ರ್ ಎಂದಿತು ನಾಲಗೆ ಬಿಸಿಯ ಪೂರಿಯ ಮೆಲುಕಿ…ಮೆಲುಕಿ…ಮೆಲುಕಿ….

Language: Kannada
1 Like · 2 Comments · 173 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

इतना तो करम है कि मुझे याद नहीं है
इतना तो करम है कि मुझे याद नहीं है
Shweta Soni
*चाहत  का  जादू छाया है*
*चाहत का जादू छाया है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
देशभक्ति का दर्शनशास्त्र (Philosophy of Patriotism)
देशभक्ति का दर्शनशास्त्र (Philosophy of Patriotism)
Acharya Shilak Ram
😊व्यष्टि दर्शन😊
😊व्यष्टि दर्शन😊
*प्रणय प्रभात*
"सुन लो"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरे इजहार पर कुछ इस तरह 'हां' कहा उसने,
मेरे इजहार पर कुछ इस तरह 'हां' कहा उसने,
Shubham Anand Manmeet
सनातन चिंतन
सनातन चिंतन
Arun Prasad
फिर मिलेंगें
फिर मिलेंगें
साहित्य गौरव
मज़लूम ज़िंदगानी
मज़लूम ज़िंदगानी
Shyam Sundar Subramanian
यदि कार्य में निरंतरता बनीं रहती है
यदि कार्य में निरंतरता बनीं रहती है
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
अपूर्ण नींद और किसी भी मादक वस्तु का नशा दोनों ही शरीर को अन
अपूर्ण नींद और किसी भी मादक वस्तु का नशा दोनों ही शरीर को अन
Rj Anand Prajapati
#हर_घर_तिरंगा @हर_घर_तिरंगा @अरविंद_भारद्वाज
#हर_घर_तिरंगा @हर_घर_तिरंगा @अरविंद_भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
झुलनिया कहां गिरवलू
झुलनिया कहां गिरवलू
Shekhar Chandra Mitra
ज़ब ज़ब जिंदगी समंदर मे गिरती है
ज़ब ज़ब जिंदगी समंदर मे गिरती है
शेखर सिंह
*आवागमन के साधन*
*आवागमन के साधन*
Dushyant Kumar
अपनी हद में ही रहो तो बेहतर है मन मेरे
अपनी हद में ही रहो तो बेहतर है मन मेरे
VINOD CHAUHAN
नैन
नैन
TARAN VERMA
करना है विज्ञान प्रसार
करना है विज्ञान प्रसार
Anil Kumar Mishra
मेरे तात !
मेरे तात !
Akash Yadav
जाने के बाद ... लघु रचना
जाने के बाद ... लघु रचना
sushil sarna
Destiny’s Epic Style.
Destiny’s Epic Style.
Manisha Manjari
डिज़िटल युग का पदार्पण हो गया! हम द्रुत गति से सफलता के सभी आ
डिज़िटल युग का पदार्पण हो गया! हम द्रुत गति से सफलता के सभी आ
DrLakshman Jha Parimal
शीर्षक -बच्चों का संसार पिता!
शीर्षक -बच्चों का संसार पिता!
Sushma Singh
"चलो जी लें आज"
Radha Iyer Rads/राधा अय्यर 'कस्तूरी'
ये ईश्वर की दया-दृष्टि ही तो है
ये ईश्वर की दया-दृष्टि ही तो है
Ajit Kumar "Karn"
धर्म
धर्म
Sudhir srivastava
मां
मां
Arghyadeep Chakraborty
इश्क़ में वक्त को बुरा कह देना बिल्कुल ठीक नहीं,
इश्क़ में वक्त को बुरा कह देना बिल्कुल ठीक नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अच्छे बने रहने की एक क़ीमत हमेशा चुकानी पड़ती है….क़ीमत को इ
अच्छे बने रहने की एक क़ीमत हमेशा चुकानी पड़ती है….क़ीमत को इ
पूर्वार्थ
"लागैं बसंत के प्रीति पिया"
राकेश चौरसिया
Loading...