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17 May 2024 · 1 min read

तेरी ये बिंदिया

तेरी ये बिंदी जैसे माथे पर खूबसूरत सा कोई तारा
हो
तेरी आंखो की ये नमी बस सुकून हमारा हो
ये घनी जुल्फे जैसे बादल छाए हो कानो में ये झुमके जैसे चलते पेंडुलम की धारा हो
ए खुदा बस इतना सा वरदान दे
तू थक कर जब भी सच्चे सुकून से सोना चाहे हर बार वो कंधा हमारा हो
तेरे हर दर्द का साथी बनू मैं
मेरे हर सुख में हिस्सा तुम्हारा हो
Akash Rc Sharma©️

Language: Hindi
55 Views

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