रवींद्र नाथ टैगोर
#रवींन्द्र नाथ टैगोर
रवींन्द्र नाथ एक अद्भुत दिव्य व्यक्ति थे।
नामुमकिन शब्द उनके जुबान नहीं थे।
साहित्य पंडित वो महागुरु थे।
विराट ज्ञान वानी ज्ञान के भंडार थे।
अपने गीतों से दुनिया मंत्रमुग्ध करते थे।
हिंदी बांग्ला साहित्य की मशाल थे।
राष्ट्र गीत रचकर भारत का गौरव थे।
कई पुरस्कार से सम्मानित रत्न थे।
नाटक गीत संगीत की शान थे।
इस भूमि पर शिक्षा का वरदान थे।
रवींन्द्र नाथ एक अद्भुत ज्ञान शक्ति थे।
स्वरचित-कृष्णा वाघमारे, जालना, महाराष्ट्र.