मैं बचपन को ढूंढ रहा हूँ

मैं बचपन को ढूँढ रहा हूँ
जगह-जगह और पल-पल पग-पग
तरस रहा हूँ ढूँढ रहा हूँ
वो बचपन के खेल कहाँ हैं
बच्चों की वह रेल कहाँ हैं
रेत के घर और वह नाव बनाना
जगह-जगह और…..
गिल्ली-डंडा,आँख-मिचोली
कंचे,पिट्ठू,गुड़िया की डोली
कच्ची दीवार छत पर चढ़ जाना
जगह-जगह और…..
करके बहाना घर से जाना
तालाबों में झलांग लगाना
दिन ढल जाए गुपचुप घर आना
जगह-जगह और…..
नहीं खेलते छिपम-छिपाई
कोरड़ा,सपाकी,धप्पा,काई
वो इगड़म-तिगड़म जुगत लगाना
जगह-जगह और…….
दीवाली पर दीप जलाना
होली आते हुड़दंग मचाना
V9द याद है वो मेले में जाना
जगह-जगह और…….
स्वरचित
V9द चौहान