Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 May 2024 · 1 min read

।।दुख और करुणा।।

कुछ मानव दानव बन कर इस धरती पर आते हैं।
छोटे छोटे बालक को वो ग्रास बनाते हैं।
नहीं धर्म उनके जीवन में,
दया नहीं है उनके मन में,
खूंखार जानवर सा प्राणी चेहरा मानव का पाते हैं।
देखो ग्रास बनाते हैं।
नन्ही सी वो हंसी कि जिससे जग खुश होता है।
नन्ही उसकी डगर चले तो जग यह चलता है।
हंसी पे जिसके तीनों लोक निछावर होते हैं।
उन बालक को ये दानव क्यूं ग्रास बनाते हैं।
आई होगी नहीं क्या उसके मन में दया भाव पल भर भी,
तड़प ना निकली होगी उसके हृदय के किसी कोने में भी।
कैसे उसने मारा होगा,
क्या मनुष्यता रोई ना होगी।
उसके आंसू उसकी तड़प से,
क्या धरती डोली ना होगी।
ऐसे पापी को इस जग में लाते क्यूं हो परमेश्वर तुम,
तेरे इस संसार में ऐसे दानव स्थान क्यूं पाते हैं।
वो क्यूं इस जग में आते हैं।

✍️ प्रियंक उपाध्याय

Language: Hindi
1 Like · 109 Views
Books from Priyank Upadhyay
View all

You may also like these posts

"अंगड़ाई "
Dr. Kishan tandon kranti
रातें
रातें
Kapil Kumar Gurjar
प्यार पे लुट जाती है ....
प्यार पे लुट जाती है ....
sushil sarna
पदावली
पदावली
seema sharma
बुरा नहीं देखेंगे
बुरा नहीं देखेंगे
Sonam Puneet Dubey
इजाज़त
इजाज़त
Shweta Soni
मैं तो हमेशा बस मुस्कुरा के चलता हूॅ॑
मैं तो हमेशा बस मुस्कुरा के चलता हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
ज़रा सा इश्क
ज़रा सा इश्क
हिमांशु Kulshrestha
आडम्बरी पाखंड
आडम्बरी पाखंड
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
बारिश
बारिश
मनोज कर्ण
गहरी हो बुनियादी जिसकी
गहरी हो बुनियादी जिसकी
डॉ. दीपक बवेजा
11) मगर तुम नहीं आते...
11) मगर तुम नहीं आते...
नेहा शर्मा 'नेह'
समस्या से समाधान तक
समस्या से समाधान तक
शिव प्रताप लोधी
बीतते वक्त के संग-संग,दूर होते रिश्तों की कहानी,
बीतते वक्त के संग-संग,दूर होते रिश्तों की कहानी,
Rituraj shivem verma
जान गया जब मैं ...
जान गया जब मैं ...
Praveen Bhardwaj
रमेशराज का हाइकु-शतक
रमेशराज का हाइकु-शतक
कवि रमेशराज
सपनों की इस आस में,सफलता की भीनी प्यास में,
सपनों की इस आस में,सफलता की भीनी प्यास में,
पूर्वार्थ
खिला रोटियाँ तीन जो,कहती एक रमेश
खिला रोटियाँ तीन जो,कहती एक रमेश
RAMESH SHARMA
Aaj kal ke log bhi wafayen kya khoob karte h
Aaj kal ke log bhi wafayen kya khoob karte h
HEBA
4200💐 *पूर्णिका* 💐
4200💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
नई नसल की फसल
नई नसल की फसल
विजय कुमार अग्रवाल
...
...
*प्रणय*
दोस्तों, जब जीवन में कुछ अच्छा होने वाला होता है तो अक्सर ऐस
दोस्तों, जब जीवन में कुछ अच्छा होने वाला होता है तो अक्सर ऐस
Piyush Goel
मध्यम मार्ग
मध्यम मार्ग
अंकित आजाद गुप्ता
शिवहर
शिवहर
श्रीहर्ष आचार्य
समय का प्रवाह
समय का प्रवाह
Rambali Mishra
ना किसी से दुआ सलाम ना किसी से बंदगी ।
ना किसी से दुआ सलाम ना किसी से बंदगी ।
SATPAL CHAUHAN
उसके क़दम जहां भी पड़ते हैं,
उसके क़दम जहां भी पड़ते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मेरे जिंदगी के मालिक
मेरे जिंदगी के मालिक
Basant Bhagawan Roy
हे अयोध्या नाथ
हे अयोध्या नाथ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...