Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2024 · 1 min read

वात्सल्य भाव

छोटे छोटे बच्चों की
आंगन में गूंजे किलकारी
मानों सुख के रंगों से वे
मार रहे है पिचकारी
लिए खिलोने हांथों में
वे दूर दूर तक जाते हैं
धूल लगाकर गालों में वे
मन को अतिशय भाते हैं
मिल जाते हैं कभी गले वे
कभी रूठ अति जाते हैं
दृश्य देखने वालों को यह
स्वर्ग का सुख नहिं भाता है
चांद छिपा बादल के पीछे
मां आंचल छिप जाता है
माता करे दुलार उसे जब
अपलक आंखें हो जाती
बूढ़े दादा दादी कहते
पास हमारे आ नाती

Language: Hindi
150 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

संवेदना
संवेदना
संजीवनी गुप्ता
जिंदगी की राहों में, खुशियों की बारात हो,
जिंदगी की राहों में, खुशियों की बारात हो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कब टूटा है
कब टूटा है
sushil sarna
"ए एड़ी न होती"
Dr. Kishan tandon kranti
अनुक्रमणिका
अनुक्रमणिका
Manoj Shrivastava
खोया जो कुछ
खोया जो कुछ
Rashmi Sanjay
नूतन वर्ष अभिनंदन
नूतन वर्ष अभिनंदन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
प्रेम
प्रेम
Pratibha Pandey
इजहारे मोहब्बत
इजहारे मोहब्बत
Vibha Jain
कुछ दोहे मनके
कुछ दोहे मनके
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
अपना कानपुर
अपना कानपुर
Deepesh Dwivedi
"परिस्थिति विपरीत थी ll
पूर्वार्थ
नाजायज बुनियाद
नाजायज बुनियाद
RAMESH SHARMA
अपने आमाल पे
अपने आमाल पे
Dr fauzia Naseem shad
मोहब्बत की सजा बेमिसाल दी उसने।
मोहब्बत की सजा बेमिसाल दी उसने।
लक्ष्मी सिंह
कहते हैं कि मृत्यु चुपचाप आती है। बेख़बर। वह चुपके से आती है
कहते हैं कि मृत्यु चुपचाप आती है। बेख़बर। वह चुपके से आती है
Dr Tabassum Jahan
प्रेम कोई भी कर सकता है  पर हर कोई निभा नहीं पाता
प्रेम कोई भी कर सकता है पर हर कोई निभा नहीं पाता
पूर्वार्थ देव
चुनाव के बाद अयोध्या
चुनाव के बाद अयोध्या
Sudhir srivastava
अक्सर ज़रूरतें हमें एक - दूसरे के पास लाती है।
अक्सर ज़रूरतें हमें एक - दूसरे के पास लाती है।
Ajit Kumar "Karn"
सुंदर छंद विधान सउदाहरण
सुंदर छंद विधान सउदाहरण
Subhash Singhai
जिंदगी का सफ़र
जिंदगी का सफ़र
Shubham Anand Manmeet
फितरत
फितरत
Akshay patel
बुद्ध रूप में गुरू बन गये
बुद्ध रूप में गुरू बन गये
Buddha Prakash
- जिंदगी को जी लो -
- जिंदगी को जी लो -
bharat gehlot
👨🏻‍🎓वकील सहाब 👩‍💼
👨🏻‍🎓वकील सहाब 👩‍💼
Dr. Vaishali Verma
दोहे
दोहे
navneet kamal
एक अविरल प्रेम कहानी थी जब अग्नि कुंड में कूद पड़ी मां भवानी थी
एक अविरल प्रेम कहानी थी जब अग्नि कुंड में कूद पड़ी मां भवानी थी
Karan Bansiboreliya
Right to select
Right to select
Shashi Mahajan
विश्व कविता दिवस पर हाइकु
विश्व कविता दिवस पर हाइकु
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
तेरा साथ है कितना प्यारा
तेरा साथ है कितना प्यारा
Mamta Rani
Loading...