Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 May 2024 · 1 min read

दोस्तों की महफिल में वो इस कदर खो गए ,

दोस्तों की महफिल में वो इस कदर खो गए ,
अपनो की तो छोड़ो वो तो हमे ही भूल गए।
………✍️ योगेन्द्र चतुर्वेदी

270 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

"रिश्तों का विस्तार"
Dr. Kishan tandon kranti
स्वयं का न उपहास करो तुम , स्वाभिमान की राह वरो तुम
स्वयं का न उपहास करो तुम , स्वाभिमान की राह वरो तुम
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आज लिखने बैठ गया हूं, मैं अपने अतीत को।
आज लिखने बैठ गया हूं, मैं अपने अतीत को।
SATPAL CHAUHAN
*पत्रिका समीक्षा*
*पत्रिका समीक्षा*
Ravi Prakash
जीवन है तभी सभी कुछ है।
जीवन है तभी सभी कुछ है।
Dr.sima
अपना वतन
अपना वतन
Sudhir srivastava
The feeling of HIRAETH
The feeling of HIRAETH
Ritesh Paswan
"चिन्ता"
Shakuntla Agarwal
संसार की इस भूलभुलैया में, जीवन एक यात्रा है,
संसार की इस भूलभुलैया में, जीवन एक यात्रा है,
पूर्वार्थ
” क्या फर्क पड़ता है ! “
” क्या फर्क पड़ता है ! “
ज्योति
यूं ही कोई शायरी में
यूं ही कोई शायरी में
शिव प्रताप लोधी
Sydney Assignment Writers: Why Local Expertise Makes a Difference
Sydney Assignment Writers: Why Local Expertise Makes a Difference
Steve Austin
ढ़ूंढ़ रहे जग में कमी
ढ़ूंढ़ रहे जग में कमी
लक्ष्मी सिंह
थूकोगे यदि देख कर, ऊपर तुम श्रीमान
थूकोगे यदि देख कर, ऊपर तुम श्रीमान
RAMESH SHARMA
आदमी कई दफ़ा झूठ बोलता है,
आदमी कई दफ़ा झूठ बोलता है,
Ajit Kumar "Karn"
* काव्य रचना *
* काव्य रचना *
surenderpal vaidya
Hitclub - Nền tảng game bài Hit Club đổi thưởng, đa dạng trò
Hitclub - Nền tảng game bài Hit Club đổi thưởng, đa dạng trò
Hitclub V5
3829.💐 *पूर्णिका* 💐
3829.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
नया साल
नया साल
Dr Archana Gupta
समय की प्यारे बात निराली ।
समय की प्यारे बात निराली ।
Karuna Goswami
इंसान बनाम भगवान
इंसान बनाम भगवान
Khajan Singh Nain
Fundamentalist Forces: A Threat to Peace and Prosperity – A Global Perspective
Fundamentalist Forces: A Threat to Peace and Prosperity – A Global Perspective
Shyam Sundar Subramanian
आंगन आंगन पीर है, आंखन आंखन नीर।
आंगन आंगन पीर है, आंखन आंखन नीर।
Suryakant Dwivedi
सांवरे मुरझाए हुए फूलों से कभी,
सांवरे मुरझाए हुए फूलों से कभी,
श्याम सांवरा
जग-मग करते चाँद सितारे ।
जग-मग करते चाँद सितारे ।
Vedha Singh
मेरी तो गलतियां मशहूर है इस जमाने में
मेरी तो गलतियां मशहूर है इस जमाने में
Ranjeet kumar patre
बीजारोपण
बीजारोपण
आर एस आघात
बन्दा तो उन्मुक्त है, बन्दी है अब धर्म ।
बन्दा तो उन्मुक्त है, बन्दी है अब धर्म ।
sushil sarna
लौकिक से अलौकिक तक!
लौकिक से अलौकिक तक!
Jaikrishan Uniyal
- तेरे बिना -
- तेरे बिना -
bharat gehlot
Loading...