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6 May 2024 · 1 min read

नि:स्तब्धता

जब से तुम गए हो
तुम्हारे साथ ही
हँसी और शोर चले गए
अब केवल और केवल
चुप्पी /शांति है
खोखली और नीरव
न कोई आवाज है
न कोई जज्बा है
बस किसी आनेवाले शोर
की अभिलाषा है।

– मीरा ठाकुर
आबू धाबी

Language: Hindi
5 Likes · 106 Views
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