Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

Fragrance of memories

Everyone walks around earring the fragrance of memories

There may some dried rose in every old book

There are cherished stories

There are found and unfound parts

There are so many old , hidden dreams in the eyes

The chains of the society includes

the line at the hands and even the fate

But they have suffered innumerable

Need not to call anybody as already rejected with hesitation

No name on the lips , desperate to come

That love was lovely,the one whom your heart was created by God.it is the best of all

A slow smile, remembering her,I swear there is no answer for her

Language: English
1 Like · 84 Views

You may also like these posts

रास्तो के पार जाना है
रास्तो के पार जाना है
Vaishaligoel
"डगर"
Dr. Kishan tandon kranti
शायरी
शायरी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
कविता: माँ मुझको किताब मंगा दो, मैं भी पढ़ने जाऊंगा।
कविता: माँ मुझको किताब मंगा दो, मैं भी पढ़ने जाऊंगा।
Rajesh Kumar Arjun
2594.पूर्णिका
2594.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
रुलाई
रुलाई
Bodhisatva kastooriya
विदेश मे पैसा कमा कर पंजाब और केरल पहले नंबर पर विराजमान हैं
विदेश मे पैसा कमा कर पंजाब और केरल पहले नंबर पर विराजमान हैं
शेखर सिंह
भूल सकते थे आपको हम भी
भूल सकते थे आपको हम भी
Dr fauzia Naseem shad
शीर्षक:कोई चिट्ठी लिख देते
शीर्षक:कोई चिट्ठी लिख देते
Harminder Kaur
रोम-रोम में राम....
रोम-रोम में राम....
डॉ.सीमा अग्रवाल
..
..
*प्रणय*
कहाँ मिली गाँव के बयार
कहाँ मिली गाँव के बयार
आकाश महेशपुरी
*क्या तुम्हें पता है*
*क्या तुम्हें पता है*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
*निर्झर*
*निर्झर*
Pallavi Mishra
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
कर्मफल
कर्मफल
महेश चन्द्र त्रिपाठी
दिलकश
दिलकश
Vandna Thakur
बचपन याद आ रहा
बचपन याद आ रहा
Sandeep Kumar
कहनी चाही कभी जो दिल की बात...
कहनी चाही कभी जो दिल की बात...
Sunil Suman
एक तरफा मोहब्बत...!!
एक तरफा मोहब्बत...!!
Ravi Betulwala
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
तेरी यादें भुलाने का इक तरीका बड़ा पुराना है,
तेरी यादें भुलाने का इक तरीका बड़ा पुराना है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सैलाब .....
सैलाब .....
sushil sarna
रामधारी सिंह दिवाकर की कहानी 'गाँठ' का मंचन
रामधारी सिंह दिवाकर की कहानी 'गाँठ' का मंचन
आनंद प्रवीण
नज़्म - चांद हथेली में
नज़्म - चांद हथेली में
Awadhesh Singh
मेरे राम
मेरे राम
Sudhir srivastava
चले बिना पाँव झूठ कितना,
चले बिना पाँव झूठ कितना,
Dr Archana Gupta
साहित्य चेतना मंच की मुहीम घर-घर ओमप्रकाश वाल्मीकि
साहित्य चेतना मंच की मुहीम घर-घर ओमप्रकाश वाल्मीकि
Dr. Narendra Valmiki
*Lesser expectations*
*Lesser expectations*
Poonam Matia
"मुश्किलों के प्रभाव में जी रहे हैं ll
पूर्वार्थ
Loading...