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1 May 2024 · 1 min read

“सदियों का सन्ताप”

“सदियों का सन्ताप”
सदियों का सन्ताप
बस हम ही झेल रहे हैं,
वे हमारे जज्बातों से
हर रोज खेल रहे हैं।

3 Likes · 3 Comments · 132 Views
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