दूरियाँ जब बढ़ी, प्यार का भी एहसास बाकी है,
*काले-काले मेघों ने ज्यों, नभ का सुंदर श्रृंगार किया (राधेश्
रिश्ता तुझसे मेरा तभी टूटे,
मैं वो चीज़ हूं जो इश्क़ में मर जाऊंगी।
सरकार का अन्यायपूर्ण रवैया बंद होना चाहिए।
"हिंदी साहित्य रत्न सम्मान - 2024" से रूपेश को नवाज़ा गया'
हमारा जन्मदिवस - राधे-राधे
महकती रात सी है जिंदगी आंखों में निकली जाय।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जरा मेरे करीब आकर कोई गजल कहो
आसमान की तरफ उगे उस चांद को देखना आप कभी।
संगीत विहीन
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
उड़ान ऐसी भरो की हौसलों की मिसाल दी जाए।।
समय की प्यारे बात निराली ।
* श्री ज्ञानदायिनी स्तुति *
ज़िंदगी क्या है क्या नहीं पता क्या
😑😭👋😥😬 इस दुनिया में वफ़ा करने वालों की कमी नहीं, बस प्यार ही उससे हो जाता है जो बेवफा हो। 😑😭👋😥😬
अपने पुस्तक के प्रकाशन पर --
ज्ञान से शब्द समझ में आते हैं और अनुभव से अर्थ समझ में आते ह