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27 Apr 2024 · 1 min read

“समष्टि”

“समष्टि”
समाज में व्यक्ति का
तब समष्टि खोने लगता है,
वह व्यष्टि की ओर
जब उन्मुख होने लगता है।

3 Likes · 3 Comments · 105 Views
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