यदि चाहो मधुरस रिश्तों में
जाति,धर्म और अमीर गरीब के भेद को मिटाया ।
"हमने पाई है आजादी प्राणों की आहुति देकर"
विश्व भर में अम्बेडकर जयंती मनाई गयी।
~ छोड़ो नफरत बस प्यार करो ~
सम्मान पाने के लिए सम्मान देना पड़ता है,
*हिंदू कहने में गर्व करो, यह ऋषियों का पावन झरना (राधेश्यामी
सुनीता विलियम्स जी के धरती आगमन पर
लक्ष्य पाना नामुमकिन नहीं
सामयिक साहित्य "इशारा" व "सहारा" दोनों दे सकता है। धूर्त व म
अन्याय करने से ज्यादा बुरा है अन्याय सहना