~ छोड़ो नफरत बस प्यार करो ~

छोड़ो नफरत बस प्यार करो।
————————————
छोड़ो नफरत बस प्यार करो।
सच बात यही स्वीकार करो।
जो प्यार मिले अपनाओ तुम।
आगंतुक का सत्कार करो।
छोड़ो ..
यह जीवन तेरा व्यर्थ न हो ।
हाथों से कभी अनर्थ न हो ।
जो रख्खी सोच तने मन में।
निज हाथों बेड़ा पार करो।
छोड़ो …
तू प्रेम पथिक उद्देश्य प्रेम।
तू देता चल संदेश प्रेम।
कोई दे पथ गर तुझे नही ।
कोशिश अपनी हर बार करो।
छोड़ो…
तू प्रेम हवाओं में रख दें।
जग प्रेम तरंगों से भर दे।
अपने तू चारों तरफ प्रेम ।
सारे जग में साकार करो।
छोड़ो …
-“प्यासा”