एक डरा हुआ शिक्षक एक रीढ़विहीन विद्यार्थी तैयार करता है, जो
हौसलों की उड़ान जो भरते हैं,
अपने नसीब पर रोने के बजाय हमें अपने कर्म पर श्रद्धा और ध्यान
शिव शंकर भोलेनाथ भजन रचनाकार अरविंद भारद्वाज
*चालू झगड़े हैं वहॉं, संस्था जहॉं विशाल (कुंडलिया)*
रक्षा बंधन
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम।