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13 Apr 2024 · 1 min read

“असली-नकली”

“असली-नकली”
वो मुस्कान ही तो है
जो होती कई बार नकली,
मगर दर्द और संवेदनाएँ
रहती आई है सदा से असली।

3 Likes · 3 Comments · 159 Views
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