Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Apr 2024 · 1 min read

विज्ञापन

रूपा- यथा नाम तथा गुण। गजब की सुन्दर, माथे पर चमकीली बिन्दी, आँखों में काजल, उजले मुखड़े, मांसल काया। चौराहे में सब्जी की दुकान में बैठते ही ग्राहकों की भीड़ बढ़ जाती थी।

वह पुरुष की कमजोरी जानती थी। इसलिए शायद गले के नीचे का दूर तक का भाग खुले ही रखती थी।

रूपा वैसे तो पढ़ी-लिखी कम थी, लेकिन यह अच्छी तरह समझती थी कि विज्ञापन के बिना बड़ी-बड़ी कम्पनियाँ दिवालिया हो जाती हैं और अच्छे विज्ञापन से खराब माल भी आसानी से बिक जाता है।

प्रकाशित लघुकथा-संग्रह :
‘ककहरा’ (दलहा, भाग-5) से,,,,,

डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
हरफनमौला साहित्य लेखक।

Language: Hindi
3 Likes · 3 Comments · 135 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

जीवन का मूल्य
जीवन का मूल्य
Shashi Mahajan
मां का दर रहे सब चूम
मां का दर रहे सब चूम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
अपनी सोच का शब्द मत दो
अपनी सोच का शब्द मत दो
Mamta Singh Devaa
अपनी सोच
अपनी सोच
Ravi Maurya
मै माटी ,माटी का दिया
मै माटी ,माटी का दिया
पं अंजू पांडेय अश्रु
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय*
कोई बोले नहीं सुन ले,  होता है कब कहां
कोई बोले नहीं सुन ले, होता है कब कहां
Suryakant Dwivedi
वो बस सपने दिखाए जा रहे हैं।
वो बस सपने दिखाए जा रहे हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
आईना
आईना
Pushpa Tiwari
........,,?
........,,?
शेखर सिंह
- उलझा हुआ सवाल है लड़को की ज़िंदगी -
- उलझा हुआ सवाल है लड़को की ज़िंदगी -
bharat gehlot
2755. *पूर्णिका*
2755. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
किसी के दिल में चाह तो ,
किसी के दिल में चाह तो ,
Manju sagar
शिवहर
शिवहर
श्रीहर्ष आचार्य
सगण के सवैये (चुनाव चक्कर )
सगण के सवैये (चुनाव चक्कर )
guru saxena
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
गांव प्यारा
गांव प्यारा
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
छोड़ो मेरे हाल पे हमको
छोड़ो मेरे हाल पे हमको
Sanjay Narayan
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
प्रेम पथिक
प्रेम पथिक
Aman Kumar Holy
प्यारी रात
प्यारी रात
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
ज्वालामुखी बुझता नहीं ....
ज्वालामुखी बुझता नहीं ....
TAMANNA BILASPURI
उसे बुला कर देखें कई,मर्तबा
उसे बुला कर देखें कई,मर्तबा
Keshav kishor Kumar
धीरज और संयम
धीरज और संयम
ओंकार मिश्र
वैसा न रहा
वैसा न रहा
Shriyansh Gupta
बचपन
बचपन
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
सांसों के सितार पर
सांसों के सितार पर
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
परिस्थितीजन्य विचार
परिस्थितीजन्य विचार
Shyam Sundar Subramanian
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
"हाउसवाइफ"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...