Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Mar 2024 · 1 min read

– अपनो के बदलते रंग –

– अपनो के बदलते रंग –
बदलते है आजकल रंग यह क्षण,
अपने हो या पराए,
बदले वे ऐसा रंग की गिरगिट भी शर्माए,
गिरगिट भी शरमा जाए,
पर अपनो को लाज शर्म न आए,
अपने अपनो के साथ ही दगाबाजी कर जाए,
अपने ही करते अपनो से छल,
कपटी भावना भरी पड़ी है,
नही रहा पहले जैसा मन,
समय के साथ ही बदल रहा है,
अपनो का भी रंग,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान

Language: Hindi
90 Views

You may also like these posts

तुम क्रोध नहीं करते
तुम क्रोध नहीं करते
Arun Prasad
किसी के दिल में चाह तो ,
किसी के दिल में चाह तो ,
Manju sagar
दीदार
दीदार
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
प्रेम की कहानी
प्रेम की कहानी
इंजी. संजय श्रीवास्तव
खडा खोड झाली म्हणून एक पान फाडल की नवकोर एक पान नाहक निखळून
खडा खोड झाली म्हणून एक पान फाडल की नवकोर एक पान नाहक निखळून
Sampada
इतना क्यों व्यस्त हो तुम
इतना क्यों व्यस्त हो तुम
Shiv kumar Barman
हर नया दिन
हर नया दिन
Nitin Kulkarni
नेता, अफसर और बिल्डर
नेता, अफसर और बिल्डर
Dhirendra Singh
देवों की भूमि उत्तराखण्ड
देवों की भूमि उत्तराखण्ड
Ritu Asooja
मुहब्बत के मआनी मुझे आते ही नहीं,
मुहब्बत के मआनी मुझे आते ही नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"औरत ही रहने दो"
Dr. Kishan tandon kranti
पास फिर भी
पास फिर भी
Dr fauzia Naseem shad
2946.*पूर्णिका*
2946.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"सुख पहेली है, दुख पहेली है ll
पूर्वार्थ
जीवन संगीत
जीवन संगीत
Shyam Sundar Subramanian
एक सच
एक सच
Neeraj Agarwal
मजहबों की न घुट्टी...
मजहबों की न घुट्टी...
अरशद रसूल बदायूंनी
समाधान ढूंढने निकलो तो
समाधान ढूंढने निकलो तो
Sonam Puneet Dubey
सपनों का व्यापार है दुनिया
सपनों का व्यापार है दुनिया
Harinarayan Tanha
* बाल विवाह मुक्त भारत *
* बाल विवाह मुक्त भारत *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सर्दियों का मौसम - खुशगवार नहीं है
सर्दियों का मौसम - खुशगवार नहीं है
Atul "Krishn"
मेरा  दायित्व  बड़ा  है।
मेरा दायित्व बड़ा है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*******अधूरे अरमान*******
*******अधूरे अरमान*******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बाण मां के दोहे
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
इस घर से ....
इस घर से ....
sushil sarna
ये कहां उसके कमाने की उम्र थी
ये कहां उसके कमाने की उम्र थी
Jyoti Roshni
चला गया आज कोई
चला गया आज कोई
Chitra Bisht
दौड़ पैसे की
दौड़ पैसे की
Sanjay ' शून्य'
मैं बिल्कुल आम-सा बंदा हूँ...!!
मैं बिल्कुल आम-सा बंदा हूँ...!!
Ravi Betulwala
क्या हैं पैसा ?
क्या हैं पैसा ?
Abasaheb Sarjerao Mhaske
Loading...