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18 Mar 2024 · 1 min read

जहां चुप रहना हो वहां बोल जाते हैं

जहां चुप रहना हो वहां बोल जाते हैं,
खामोश रहना है, वहीं मुंह खोल जाते हैं।

किसी सैनिक का सर कटा तो नहीं बोलता है कोई, पर किसी फिल्म का कोई दृश्य कटा तो सारे बोल जाते हैं।

बहन बेटी का आंचल किसी ने किया मैला तो कोई नहीं बोला, मगर किसी अमीर के कपड़े हुए खराब तो हैसियत तोल जाते हैं।

आजकल के बच्चे सबकी सुनते हैं लेकिन मां बाप कुछ कहें तो मुंह खोल जाते हैं।

बना लेते हैं जग भर में रिश्ता हम,
और घर में अगर जरूरत हो तो रिश्ते डोल जाते हैं।

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