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Dr fauzia Naseem shad
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15 Mar 2024 · 1 min read
मुझमें मुझसा
गर्दिश- ए – वक़्त ने बदल डाला,
मुझमें अब मुझसा कुछ नहीं बाक़ी।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
Language:
Hindi
Tag:
शेर
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