Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Mar 2024 · 1 min read

– तुझको खबर नही –

– तुझको खबर नही –
सारे मोहल्ले सारे शहर में हुई खलबली,
मे तेरा दीवाना हुआ,
तू मेरी दीवानगी,
तुझसे ही शुरू हुई तुमसे ही खत्म होगी,
तूझको पाना चाहता हु यह खबर मोहल्ले में फैली,
बच्चा – बच्चा जानता है मुझको तेरा आशिक मानता है,
यह खबर आजकल अखबारों में छपी,
अब तो मेरे प्यार की एक किताब तो छप जाएगी,
तुझको तो मालूम नही पर,
तू अखबार में छप जाएगी,
इतना बहुत हुआ बाजार में ,
पर तुझको खबर नही,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान

Language: Hindi
300 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

जिंदगी के अल्फा़ज
जिंदगी के अल्फा़ज
Sonu sugandh
सत्य साधना -हायकु मुक्तक
सत्य साधना -हायकु मुक्तक
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
नया मोड़
नया मोड़
Shashi Mahajan
------------------ समझौता -------------------
------------------ समझौता -------------------
पूर्वार्थ
*गोरा (मैथिली प्रेम संवाद)*
*गोरा (मैथिली प्रेम संवाद)*
मनोज कर्ण
“मेरे जीवन साथी”
“मेरे जीवन साथी”
DrLakshman Jha Parimal
बिहार के रूपेश को मिलेगा
बिहार के रूपेश को मिलेगा "विश्व भूषण सम्मान- 2024"
रुपेश कुमार
जीवन मे माँ बाप की अहमियत
जीवन मे माँ बाप की अहमियत
Ram Krishan Rastogi
फुटपाथों का बचपन
फुटपाथों का बचपन
श्रीकृष्ण शुक्ल
"शब्दों का सफ़र"
Dr. Kishan tandon kranti
इस दुनिया की सारी चीज भौतिक जीवन में केवल रुपए से जुड़ी ( कन
इस दुनिया की सारी चीज भौतिक जीवन में केवल रुपए से जुड़ी ( कन
Rj Anand Prajapati
यूं जो देख मुझे अब मुंह घुमा लेती हो
यूं जो देख मुझे अब मुंह घुमा लेती हो
Keshav kishor Kumar
तेरी याद
तेरी याद
SURYA PRAKASH SHARMA
........,
........,
शेखर सिंह
*विवेक*
*विवेक*
Rambali Mishra
"सच्चा संत वही है, जो समाज में शांति और सौहार्द का संचार करत
The World News
परीक्षाएं आती रहेंगी जाती रहेंगी,
परीक्षाएं आती रहेंगी जाती रहेंगी,
जय लगन कुमार हैप्पी
आँखें
आँखें
Kshma Urmila
कैसा भी मौसम रहे,
कैसा भी मौसम रहे,
*प्रणय प्रभात*
क्या गुनाह कर जाता हूं?
क्या गुनाह कर जाता हूं?
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
4843.*पूर्णिका*
4843.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जा तुझे आजाद किया, अब तेरे पीछे नहीं आऊंगा,,
जा तुझे आजाद किया, अब तेरे पीछे नहीं आऊंगा,,
पूर्वार्थ देव
मोह की मिट्टी ----
मोह की मिट्टी ----
Shally Vij
मेरे अंदर भी इक अमृता है
मेरे अंदर भी इक अमृता है
Shweta Soni
जाती हुई सर्दियां
जाती हुई सर्दियां
aestheticwednessday
मेरा गाँव
मेरा गाँव
श्रीहर्ष आचार्य
चचहरा
चचहरा
कुमार अविनाश 'केसर'
दामन जिंदगी का थामे
दामन जिंदगी का थामे
Chitra Bisht
रमेशराज के 7 मुक्तक
रमेशराज के 7 मुक्तक
कवि रमेशराज
काल  अटल संसार में,
काल अटल संसार में,
sushil sarna
Loading...