Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Atul "Krishn"
18 Followers
Follow
Report this post
1 Mar 2024 · 1 min read
क्या अजीब बात है
क्या अजीब बात है
सपनें और यादें
बंद आँखों से ही
“नज़र” आते हैं
………. अतुल “कृष्ण”
Tag:
Quote Writer
Like
Share
157 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Atul "Krishn"
View all
बीते लोग - बीती बातें - बीते पल
Atul - “Krishn”
You may also like these posts
ये वक़्त कभी असुरक्षित करता है तो कभी सुरक्षित,
Ajit Kumar "Karn"
आजकल की दुनिया जितने वाले हौसला बढ़ाते है लेकिन मैं हारने वा
रुपेश कुमार
स्कूल का पहला दिन
Ayushi Verma
प्रेम का असली सौंदर्य तो प्रतीक्षा में दिखता है, जहां धैर्य
पूर्वार्थ
फूल
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
सुनो मुहब्बत जब नफरत में बदलती है......
shabina. Naaz
*अध्याय 6*
Ravi Prakash
मुक्ति
Amrita Shukla
चाय में इलायची सा है आपकी
शेखर सिंह
किसी को घर, तो किसी को रंग महलों में बुलाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अंधकार जितना अधिक होगा प्रकाश का प्रभाव भी उसमें उतना गहरा औ
Rj Anand Prajapati
सुन्दरता
Rambali Mishra
कविता के शब्द
Dr.Pratibha Prakash
**कब से बंद पड़ी है गली दुकान की**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आजाद लब
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
इमारत बुनियाद और मलबा
Nitin Kulkarni
"हाशिये में पड़ी नारी"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रकाश
Swami Ganganiya
करवा चौथ घनाक्षरी ( हास्य)
Suryakant Dwivedi
खोल के कान और की सुन ले,
*प्रणय*
प्यारी प्यारी सी
SHAMA PARVEEN
कर रहे नजरों से जादू उफ़ नशा हो जाएगा।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
"" मामेकं शरणं व्रज ""
सुनीलानंद महंत
लेकिन वतन तू जिन्दाबाद रहे
gurudeenverma198
नैन
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
संघर्षों की
Vaishaligoel
किए जा सितमगर सितम मगर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
दीवाली जी शाम
RAMESH SHARMA
Quote
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
चुनावी त्यौहार
Ahtesham Ahmad
Loading...