*खो गया है प्यार,पर कोई गिला नहीं*
222. प्रेम करना भी इबादत है।
क्या? किसी का भी सगा, कभी हुआ ज़माना है।
जो सबका हों जाए, वह हम नहीं
हर मनुष्य के अंदर नेतृत्व की भावना होनी चाहिए।
तन्हाई में अपनी परछाई से भी डर लगता है,
जो कर्म किए तूने उनसे घबराया है।
- तेरी मोहब्बत ने हमको सेलिब्रेटी बना दिया -
सपने सुहाने
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
किस जरूरत को दबाऊ किस को पूरा कर लू
प्रसिद्ध मैथिली साहित्यकार आ कवि पं. त्रिलोचन झा (बेतिया चम्पारण जिला )
परिचर्चा (शिक्षक दिवस, 5 सितंबर पर विशेष)
लपवून गुलाब देणारा व्यक्ती आता सगळ्यांसमोर आपल्या साठी गजरा
इक झलक देखी थी हमने वो अदा कुछ और है ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
Nhà cái 009 từ lâu đã trở thành điểm đến hấp dẫn cho nhiều n
मैं अपना यौवन देता हूँ !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
बाळक थ्हारौ बायणी, न जाणूं कोइ रीत।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया