Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2024 · 1 min read

दरिंदगी के ग़ुबार में अज़ीज़ किश्तों में नज़र आते हैं

धमाकों से फैली इस धुँध में
वो सर्दियों सी ठंडक नहीं होती
ज़िस्म और ज़ेहन – सभी जल जाते हैं
दस्तानों की ज़रूरत नहीं होती

इस धुँध के छटनें पर घास पे फैली
ओस की बूँदे नहीं
लहू के छींटे नज़र आते हैं

जब ढूँढते है अपनों को
तो इस दरिंदगी के फैले ग़ुबार में
तो बस अधजले जूते – टूटी चप्पलें –
कुछ बँद – खुली आँखें
लोगों की पहचान बदल जाती है

अपने अज़ीज़ तो बस टुकड़ों
और किश्तों में नज़र आते हैं

Language: Hindi
84 Views
Books from Atul "Krishn"
View all

You may also like these posts

मजाज़ी-ख़ुदा!
मजाज़ी-ख़ुदा!
Pradeep Shoree
4529.*पूर्णिका*
4529.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मैं उसकी निग़हबानी का ऐसा शिकार हूँ
मैं उसकी निग़हबानी का ऐसा शिकार हूँ
Shweta Soni
कटे न लम्हा ये बेबसी का ।
कटे न लम्हा ये बेबसी का ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
आजकल किन किन बातों का गम है
आजकल किन किन बातों का गम है
Ram Krishan Rastogi
आंगन
आंगन
Sumangal Singh Sikarwar
*राम का आगमन*
*राम का आगमन*
Pallavi Mishra
आज 10 जनवरी विश्व हिंदी दिवस पर प्रस्तुत है एक घनाक्षरी-
आज 10 जनवरी विश्व हिंदी दिवस पर प्रस्तुत है एक घनाक्षरी-
Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal (कौशलेंद्र सिंह)
वो कहते हैं कहाँ रहोगे
वो कहते हैं कहाँ रहोगे
VINOD CHAUHAN
संस्कारों और वीरों की धरा...!!!!
संस्कारों और वीरों की धरा...!!!!
Jyoti Khari
कौन है ऐसा देशभक्त
कौन है ऐसा देशभक्त
gurudeenverma198
हमेशा सच बोलने का इक तरीका यह भी है कि
हमेशा सच बोलने का इक तरीका यह भी है कि
Aarti sirsat
अपना कोई नहीं है इस संसार में....
अपना कोई नहीं है इस संसार में....
Jyoti Roshni
क्रिकेट
क्रिकेट
SHAMA PARVEEN
खानदानी चाहत में राहत🌷
खानदानी चाहत में राहत🌷
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
FUN88 là nhà cái uy tín 16 năm tại thị trường cá cược ăn tiề
FUN88 là nhà cái uy tín 16 năm tại thị trường cá cược ăn tiề
Nhà cái Fun88
घटनाएं की नहीं जाती है
घटनाएं की नहीं जाती है
Ajit Kumar "Karn"
छात्र संघ
छात्र संघ
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
इंतजार
इंतजार
इंजी. संजय श्रीवास्तव
तोड़ सको तो तोड़ दो ,
तोड़ सको तो तोड़ दो ,
sushil sarna
दिल तमन्ना
दिल तमन्ना
Dr fauzia Naseem shad
#लघु_व्यंग्य
#लघु_व्यंग्य
*प्रणय*
सूर्य देव की अरुणिम आभा से दिव्य आलोकित है!
सूर्य देव की अरुणिम आभा से दिव्य आलोकित है!
Bodhisatva kastooriya
*अनंत की यात्रा*
*अनंत की यात्रा*
Acharya Shilak Ram
वफ़ा के बदले हमें वफ़ा न मिला
वफ़ा के बदले हमें वफ़ा न मिला
Keshav kishor Kumar
गरीब हैं लापरवाह नहीं
गरीब हैं लापरवाह नहीं
Dr. Pradeep Kumar Sharma
इस धरती में सब किरायेदार हैं
इस धरती में सब किरायेदार हैं
Sonam Puneet Dubey
विषय _ पुरूषों की जिंदगी
विषय _ पुरूषों की जिंदगी
Rekha khichi
इज़ाजत लेकर जो दिल में आए
इज़ाजत लेकर जो दिल में आए
शेखर सिंह
नहीं मरा है....
नहीं मरा है....
TAMANNA BILASPURI
Loading...