Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Feb 2024 · 1 min read

*छपवाऍं पुस्तक स्वयं, खर्चा करिए आप (कुंडलिया )*

छपवाऍं पुस्तक स्वयं, खर्चा करिए आप (कुंडलिया )
_________________________
छपवाऍं पुस्तक स्वयं, खर्चा करिए आप
मुफ्त चलें फिर बॉंटने, बनकर झोलाछाप
बनकर झोलाछाप, खरीदी-प्रथा नहीं है
चिंतनीय यह रीति, रीति क्या कहें सही है
कहते रवि कविराय, लोग सब आगे आऍं
पुस्तक करें खरीद, चौगुनी यों छपवाऍं
————————————
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997675 451

233 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

चलने का नाम ज़िंदगी है
चलने का नाम ज़िंदगी है
Sonam Puneet Dubey
प्यार की चंद पन्नों की किताब में
प्यार की चंद पन्नों की किताब में
Mangilal 713
** गर्मी है पुरजोर **
** गर्मी है पुरजोर **
surenderpal vaidya
तितलियां
तितलियां
Adha Deshwal
*सर्वप्रिय हिंदी (पॉंच दोहे)*
*सर्वप्रिय हिंदी (पॉंच दोहे)*
Ravi Prakash
कभी ग़म से कभी खुशी से मालामाल है
कभी ग़म से कभी खुशी से मालामाल है
shabina. Naaz
राजासाहब सुयशचरितम्
राजासाहब सुयशचरितम्
Rj Anand Prajapati
23/133.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/133.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*बदलता_है_समय_एहसास_और_नजरिया*
*बदलता_है_समय_एहसास_और_नजरिया*
sudhir kumar
त्रासदी
त्रासदी
लक्ष्मी सिंह
जिसने बंदूक बनाई / कमलजीत चौधरी
जिसने बंदूक बनाई / कमलजीत चौधरी
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बस पल रहे है, परवरिश कहाँ है?
बस पल रहे है, परवरिश कहाँ है?
पूर्वार्थ
गम   तो    है
गम तो है
Anil Mishra Prahari
दोस्ती तो होती लाज़वाब है,
दोस्ती तो होती लाज़वाब है,
Ritesh Deo
चिंगारी
चिंगारी
Mukund Patil
कभी दिल में झाँको तो दिखाऊँ
कभी दिल में झाँको तो दिखाऊँ
Aditya Prakash
श्री शूलपाणि
श्री शूलपाणि
Vivek saswat Shukla
तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना है।
तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना है।
Jyoti Roshni
“सुकून”
“सुकून”
Neeraj kumar Soni
कहते हैं
कहते हैं
हिमांशु Kulshrestha
"राखी"
Dr. Kishan tandon kranti
मत घबराओ
मत घबराओ
Sanjay ' शून्य'
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
■ स्वयं पर संयम लाभप्रद।
■ स्वयं पर संयम लाभप्रद।
*प्रणय*
अल्फाज (कविता)
अल्फाज (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
कवियों की कैसे हो होली
कवियों की कैसे हो होली
महेश चन्द्र त्रिपाठी
🌹 इस्लाम  ने  मोहब्बत  का  पैगा़म दिया  है  ।
🌹 इस्लाम ने मोहब्बत का पैगा़म दिया है ।
Neelofar Khan
*चांद नहीं मेरा महबूब*
*चांद नहीं मेरा महबूब*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
यथार्थ
यथार्थ
Shashank Mishra
हर क्षण  आनंद की परम अनुभूतियों से गुजर रहा हूँ।
हर क्षण आनंद की परम अनुभूतियों से गुजर रहा हूँ।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Loading...