Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Feb 2024 · 1 min read

हाइकु – डी के निवातिया

हाइकु
***

छू गई मन,
फ़िज़ाओ में बिखरी
तेरी खुशबू !!

***
आँखों है दंग,
पढ़ी मन की चिट्ठी
प्रीत के संग !!

***
नेह धूप से,
हर लेता है मीत,
मन का शीत !!

***
छोड़ के मौन,
उड़ेगा ये पखेरू,
ढूंढेगा कौन !!

***
शीत का शोर,
कुहासा ओढ़कर
सूर्य है मौन !!

***
स्वरचित: डी के निवातिया

1 Like · 207 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डी. के. निवातिया
View all

You may also like these posts

याद रक्खा नहीं भुलाया है
याद रक्खा नहीं भुलाया है
Dr fauzia Naseem shad
पद
पद "काव़्य "
Subhash Singhai
पृष्ठों पर बांँध से
पृष्ठों पर बांँध से
Neelam Sharma
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-139 शब्द-दांद
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-139 शब्द-दांद
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कर रहे नजरों से जादू उफ़ नशा हो जाएगा।
कर रहे नजरों से जादू उफ़ नशा हो जाएगा।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
Neeraj Kumar Agarwal
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह
जयचंद
जयचंद
ललकार भारद्वाज
कहने वाले बिल्कुल सही कहा करते हैं...
कहने वाले बिल्कुल सही कहा करते हैं...
Priya Maithil
तुमने छोड़ा है हमें अपने इश्क और जिस्म का नशा कराकर।
तुमने छोड़ा है हमें अपने इश्क और जिस्म का नशा कराकर।
Rj Anand Prajapati
A father's sacrifice
A father's sacrifice
प्रणव राज (तिवारी)
सफाई कामगारों के हक और अधिकारों की दास्तां को बयां करती हुई कविता 'आखिर कब तक'
सफाई कामगारों के हक और अधिकारों की दास्तां को बयां करती हुई कविता 'आखिर कब तक'
Dr. Narendra Valmiki
मुझको चाहिए एक वही
मुझको चाहिए एक वही
Keshav kishor Kumar
मध्यमवर्ग
मध्यमवर्ग
Uttirna Dhar
मुर्दे लोकतंत्र में
मुर्दे लोकतंत्र में
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
'कच' और 'देवयानी' पौराणिक कथा
'कच' और 'देवयानी' पौराणिक कथा
Indu Singh
अनंत है जिंदगी अनन्त के लिए
अनंत है जिंदगी अनन्त के लिए
Anant Yadav
मन
मन
MEENU SHARMA
कुंडलिया. . .
कुंडलिया. . .
sushil sarna
न जुमला, न आरोपों की राजारानी चाहिए।
न जुमला, न आरोपों की राजारानी चाहिए।
Sanjay ' शून्य'
बेकसूर तुम हो
बेकसूर तुम हो
SUNIL kumar
Xoilac là một nền tảng phát sóng trực tiếp các trận đấu bóng
Xoilac là một nền tảng phát sóng trực tiếp các trận đấu bóng
Xoilac
तलाक
तलाक
Shashi Mahajan
इतने अच्छे मौसम में भी है कोई नाराज़,
इतने अच्छे मौसम में भी है कोई नाराज़,
Ajit Kumar "Karn"
बचपन में…
बचपन में…
पूर्वार्थ
" घड़ी "
Dr. Kishan tandon kranti
उल्लू नहीं है पब्लिक जो तुम उल्लू बनाते हो, बोल-बोल कर अपना खिल्ली उड़ाते हो।
उल्लू नहीं है पब्लिक जो तुम उल्लू बनाते हो, बोल-बोल कर अपना खिल्ली उड़ाते हो।
Anand Kumar
LOST AND FOUND
LOST AND FOUND
Chitra Bisht
2879.*पूर्णिका*
2879.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गीत- कभी ख़ुशियाँ कभी ग़म हैं...
गीत- कभी ख़ुशियाँ कभी ग़म हैं...
आर.एस. 'प्रीतम'
Loading...